DETAILED NOTES ON SHABAR MANTRA

Detailed Notes on shabar mantra

Detailed Notes on shabar mantra

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इससे आप जीवन के उन सभी क्षेत्रों में सफल हो सकते हैं

व्यापार वृद्धि भंवरा मन्त्र





ॐ निरंजन निराकार अवगत पुरुष तत-सार, तत-सार मध्ये ज्योत, ज्योत मध्ये परम-ज्योत, परम-ज्योत मध्ये उत्पन्न भई माता शम्भु शिवानी काली ॐ काली काली महाकाली, कृष्ण वर्णी, शव वाहिनी, रुद्र की पोषणी, हाथ खप्पर खडग धारी, गले मुण्डमाला हंस मुखी । जिह्वा ज्वाला दन्त काली । मद्यमांस कारी श्मशान की राणी । मांस खाये रक्त पीवे । भस्मन्ती माई जहां पाई तहां लगाई। सत की नाती धर्म की बेटी इन्द्र की साली काल की काली जोग की जोगन, नागों की नागन मन माने तो संग रमाई नहीं तो श्मशान फिरे अकेली चार वीर अष्ट भैरों, घोर काली अघोर काली अजर बजर अमर काली भख जून निर्भय काली बला भख, दुष्ट को भख, काल भख पापी पाखण्डी को भख जती सती को रख, ॐ काली तुम बाला ना वृद्धा, देव ना दानव, नर ना नारी देवीजी तुम तो हो परब्रह्मा काली ।



ॐ ह्रीं श्रीं गों, गोरक्ष नाथाय विद्महे

ये साधना शुक्रवार रात्रि को दस बजे के बाद प्रारम्भ की जा सकती है

These mantras could help us attain profits if we are encountering troubles or difficulties achieving economical independence. We have to say it routinely if we want to make more money, get far more, and earnings.

By Vishesh Narayan Summary ↬ Strong Shabar mantras are shabar mantra mantras that are not in Sanskrit but in regional languages. These mantras are literally the phrases of genuine devotees or saints that grow to be mantras. The mantras are straightforward to pronounce and easy to achieve mastery at.

"ॐ नमो हनुमंत बलवंत, माता अंजनी के लाल। लंका जारी सीया सुधी ले जाओ। राम द्वारा आपात्तिज रोक लो। राम चंद्र बिना सूचना आवे, मुख वाचा नहीं आवे। तू हाँके ता हाँके, राजा बांके बांके। जूत चप्पल दंग राखै, सूखी रहै तो रहै ठंड।"

Guru Gorakhnath is regarded as an essential saint on the Hindu historic teachings and tactics. He was the disciple of Matsyendranath and also the founder of the Nath movement of India. It truly is thought that he lived during the 11th century, but his day of start and put is unknown.

The earliest mantras have been translated by Expert Gorakhnath who had attained Samadhi or the last word union with god. As a result of their Original intended reason, these mantras were intended to operate quickly with precision over the target.

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